ईश्वर सर्वत्र और सदैव हैं, सभी पर करते हैं समान कृपा : आचार्य शशांक देशपांडे…..

रायपुर। तात्यापारा के शेष परिवार द्वारा आयोजित संगीतमय श्रीमद् देवी भागवत के सातवें दिवस व्यासपीठ से आचार्य शषांक देशपांडे ने बताया ईश्वर सर्वत्र हैं, सदैव हैं, सभी पर समान कृपा करते हैं।

निर्भर करता है पुकारने वाला, प्रार्थना करने वाला कितने भक्ति से उसका स्मरण कर रहा है। भक्त ईश्वर से सच्चे मन से प्रार्थना करते हैं की मेरा उद्धार हो तो ईश्वर किसी सच्चे सद्गुरु या संत, महात्मा से आपको अवश्य मिलाते हैं और वे आगे आध्यात्म में आपका मार्ग प्रशस्त करते हैं।

आगे की कथा में व्यास ऋषि भगवती के विषय में राजा जन्मेजय को बताते हैं, वेदों पुराणों में सृष्टि में पंच ब्रह्म बताएं हैं। वे विष्णु, शंकर, गणपति, शक्ति एवं सूर्य है। उनमें पराशक्ति अंबा है

वह भगवती है। देवी भागवत में भगवती को अव्यक्त कहा गया है उनका वर्णन शेष नाग भी अपने सभी मुखों से नहीं कर सकते। संगीतमय देवी भागवत में हरमोनियम पर मनोहर शेवलीकर, तबले पर प्रमित शेष एवं गिरीश काले साथ दे रहे हैं।

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